उधम सिंह नगर जिले में स्थित एक फैक्टरी प्रबंधन पर बिना नोटिस दिए हटाये जाने का आरोप लगाते हुए मज़दूरों ने बाजपुर स्थित श्रम विभाग के दफ्तर पर प्रदर्शन किया, साथ ही मज़दूरों ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपने साथ न्याय किये जाने की गुहार भी लगाई.
ख़बरों के अनुसार सुल्तानपुर पट्टी के गांव पिपलिया स्थित एटीई पावर कनेक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड पर बिना किसी नोटिस और मज़दूरों को अंधेरें में रखते हुए नौकरी से हटा दिए जाने के बाद एकत्र होकर बाजपुर स्थित श्रम विभाग के कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया.
इस दौरान मज़दूरों ने फैक्टरी मैनेजमेंट पर बिना नोटिस के हटाने और तीन माह का एडवांस धनराशि देने की मांग की.
प्रदर्शन कर रहे मज़दूरों का कहना है कि “वे वर्ष 2018 से ठेका प्रथा के अंतर्गत नौकरी करते आ रहे हैं. ठेकेदार के माध्यम से मज़दूरों के वेतन से पांच सौ रुपये प्रति माह फंड भी काटा गया लेकिन वेतन से काटी गई धनराशि उनके खाते में जमा नहीं हुई.”
मज़दूरों ने आरोप लगाया कि “बीते मंगलवार शाम को फैक्टरी प्रबंधन की ओर से फैक्टरी का सामान वाहनों में भरकर ले जाने की तैयारी की जा रही थी जिस पर मज़दूरों ने गाडी को रोक दिया साथ ही हमें ये भी खबर मिली की मज़दूरों को बिना जानकारी दिए फैक्टरी को नोयडा में शिफ्ट किया जा रहा है.”
मज़दूरों ने इसकी जानकारी भी श्रम प्रवर्तन अधिकारी एमसी बेलवान को दी. जिसके बाद अधिकारी ने कहा कि ‘ इस मामले पर फैक्टरी प्रबंधक को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा. उनके संज्ञान में आया है कि श्रमिक फैक्टरी में ठेकेदार के माध्यम से काम करते हैं. पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा और जल्द ही करवाई कि जाएगी. ”
वही इस पुरे मुद्दे पर कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर, वीर सिंह का कहना है कि “फैक्टरी बंद नहीं की गई. नोयडा शिफ्ट की जा रही है. क्षमतानुसार मज़दूरों को काम दिए जाने के लिए कहा गया. साथ ही इसकी जानकारी कंपनी के व्हाट्सएप ग्रुप में भी मज़दूरों को दी गई थी.”
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