ऑक्सीजन घटने का बड़ा कारण डर, इस व्यायाम से बढ़ा सकते हैं 5% ऑक्सीजन लेवल: डॉक्टर

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कोरोना के गंभीर मामले में ऑक्सीजन लेबल को 90% प्रतिशत से ऊपर रखे रहना एक चुनौती और बीमारी के घातक हमले से उबरने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय भी है।

जिस तरह कोरोना के दूसरी लहर में महामारी का विस्फ़ोट हुआ है, मरीजों को अस्पताल में ऑक्सीजन से लैस बेड मिलने में कई घंटे लग जा रहे हैं।

ऐसे में सवाल उठता है कि जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल लगातार कम हो रहा है, वो ऑक्सीजन के इंतज़ार में क्या करें?

सरकारी मेडिकल कॉलेज एक सीनियर मेडिकल अफ़सर ने नाम न छापने की शर्त पर वर्कर्स यूनिटी को बताया कि घर पर रहते हुए भी 4 से 5% तक ऑक्सीजन लेवल को सिर्फ एक छोटे से व्यायाम से बढ़ाया जा सकता है।

लखनऊ के केजीएमसी समेत कई सरकारी अस्पतालों में बीते दो दशकों से अपनी सेवा दे रहे इस मेडिकल अफ़र ने बीते एक साल में एक हज़ार कोरोना मरीजों का इलाज किया है और उनका कहना है कि इस बीमारी में डर एक महत्वपूर्ण कारक है।

उनका कहना है कि ऑक्सीजन लेवल कम होते मरीज़ों को पेट के बल लिटा दिया जाए और उनसे गहरी सांस लेने और छोड़ने को कहा जाए तो ऑक्सीजन युक्त बेड मिलने तक मरीज के ऑक्सीजन लेवल को चार पांच प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है।

मेडिकल ऑफ़िसर ने कहा कि असल में डर और घबराहट के दौरान शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति अपने आप कम हो जाती है। इसलिए सबसे पहले कोरोना होने पर डरें नहीं, घबराहट पर काबू रखें। जिससे ऑक्सीजन की अनावश्यक कमी को रोका जा सकता है।

वो कहते हैं कि ऐसा माहौल बन गया है कि सामान्य लोगों में भी डर पैठ गया है। मीडिया की इसमें बड़ी भूमिका है। जब किसी को संक्रमण होता है तो वो इस तनाव में आ जाता है कि उसका क्या होगा।

जब वो अपने चारों ओर अख़बार, टीवी, सोशल मीडिया और मौखिक बातों को सुनता है तो उसका डर और बढ़ जाता है। ये डर और घबहारट मरीज के ऑक्सीजन लेवल को और गिराता है।

वो कहते हैं कि जितनी एंजाइटी यानी घबराहट बढ़ेगी, शरीर में ऑक्सीजन लेवल उतना ही घटता जाएगा। अब ये सेचुरेशन जितना कम होता है, वो और घबरा जाता है। इस तरह एक अच्छा खासा मरीज एक दुष्चक्र में फंस जाता है।

एक तरफ पैनिक से ऑक्सीजन लेवल घटता है दूसरे बीमारी की वजह से ये और नीचे जाता है। ऐसे मरीजों के उदाहरण है कि 80% तक ऑक्सीजन लेवल घटने के बावजूद अगर मरीज नहीं डरता है तो एक स्तर के बाद उसका ऑक्सीजन लेवल सुधरने लगता है और आखिरकार वो उबर जाता है।

दूसरे एक छोटे से आसान व्यायाम से शरीर के ऑक्सीजन लेवल को थोड़े समय के लिए बढ़ाया जा सकता है।

गौरतलब है कि लखनऊ, भोपाल, इंदौर, दिल्ली, रांची, पुणे, मुंबई, समेत देश के प्रमुख शहरों में ऑक्सीजन की बेहद कमी है और इसकी वजह से मरीजों की अकाल मुत्यु हो रही है। शनिवार को ही मध्यप्रदेश के शहडोल के सरकारी अस्पताल में आक्सीजन की कमी से छह मरीजों की मौत हो गई।

(स्पष्टीकरणः डॉक्टर एक सरकारी अस्पताल में कोरोना वॉर्ड के प्रमुख हैं। एमबीबीएस करने के बाद बीते दो दशक से  सरकारी अस्पतालों में मेडिकल प्रैक्टिशनर हैं। बीते एक साल में 1000 से अधिक कोरोना मरीज़ों का इलाज कर चुके हैं। उनके अनुरोध पर उनकी पहचान ज़ाहिर नहीं की जा रही है।)

(वर्कर्स यूनिटी स्वतंत्र निष्पक्ष मीडिया के उसूलों को मानता है। आप इसके फ़ेसबुकट्विटर और यूट्यूब को फॉलो कर इसे और मजबूत बना सकते हैं। वर्कर्स यूनिटी के टेलीग्राम चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें।)

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