मनरेगा में 200 दिन काम की गारंटी और मज़दूरी 600 रु. हो, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की मांग

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अखिर भारतीय खेत मज़दूर यूनियन ने मनरेगा का बजट बढ़ाए जाने, साल में 200 दिन काम की गारंटी देने और दैनिक मज़दूरी 600 रुपये की करने की मांग की है।

यूनियन ने मनरेगा और राशन कार्ड में आ रही दिक्कतों को प्रशासन से जल्द से जल्द हल करने की मांग की है।

बीते मंगलवार को बरेली में कामरेड ईएम एस नम्बुदरीपाद एकेडमी में यूनियन की राष्ट्रीय समिति की दो दिवसीय बैठक हुई।

यूनियन के सचिव राजीव शांत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आ जाने से मज़दूरों को सबसे अधिक मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।

बैठक में  भाजपा सरकार के दमनात्मक रवैय्या और मज़दूरों की परशानियां खास चर्चा का केंद्र रहीं।

राजीव शान्त ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश सरकार का दमनात्मक रवैय्या किसे को भी रास नहीं आ रहा है और मज़दूर वर्ग इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।”

उन्होंने कहा कि आगामी नवम्बर माह में त्रिवार्षिक राज्य सम्मेलन बरेली में आयोजित किया जायेगा। इसके पहले यहा सम्मलेन यूपी के देवरिया जिले में चार साल पहले आयोजित किया गया था।

इसके पूर्व गांव, ब्लॉक और जिलों में सम्मेलन करके राज्य सम्मेलन के लिये प्रतिनिधि चुने जायेंगे, जो नये नेतृत्व को चुनेंगे।

बैठक में मज़दूर, दलित और महिला वर्ग कि समस्याओं को ध्यान में रख कर चर्चा की गयी। साथ ही सभी मुद्दों पर आने वाले दीनों में आन्दोलनात्मक कार्रवाई आयोजित करने का फैसला लिया गया है।

आगामी फरवरी माह में यूनियन का राष्ट्रीय महाधिवेशन पशि्म बंगाल में आयोजित करने का फैसला लिया गया।

बैठक में बंगाल, केरल, आन्ध्रा, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, त्रिपुरा, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उड़ीसा, राजस्थान सहित उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।

उप्र से चार कार्यकर्ता राजीव शान्त, सतीश कुमार, बी एल भारती, रामनिवास यादव ने हिस्सा लिया।

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