मानेसर मारुति प्लांट में काम के दौरान मज़दूर की मौत, जून के महीने में सामने आए कई मामले

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फैक्ट्रियों में मज़दूरों की मौत के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना मानेसर के मारुति कार प्लांट में सामने आई है, जहां एक मज़दूर की काम के दौरान सीढ़ियों से गिरने से घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।

यूपी, उन्नाव के रहने वाले नरेश (31) प्लांट के अंदर पेंट शॉप में काम करते थे। नरेश काफी लंबे समय से ठेका मज़दूर के तौर पर प्लांट में काम करते थे। बीते शनिवार दोपहर जब नरेश प्लांट के अंदर सीढ़ियों पर चढ़ कर काम कर रहे थे तभी उन्हें अचानक चक्कर आ गया।

इसके बाद वह लड़खड़ा कर सीढ़ियों से नीचे गिर गए। घटना स्थल पर मौजूद मज़दूरों ने नरेश को उठा कर प्लांट की डिस्पेंरी में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने उसको मृत घोषित कर दिया।

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मानेसर कार प्लांट में मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन के प्रधान पवन ने वर्कर्स यूनिटी को बताया कि नरेश जब कंपनी में आए तो उस समय वो गिर गए और अचेत होने पर उन्हें कंपनी के अंदर डिस्पेंसरी में ले जाया गया जहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया।

वो कहते हैं, “वहां से नरेश को बाहर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना था कि उन्हें दिल का दौरा आया था, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।”

पवन ने कहा कि कंपनी की ओर से मुआवज़ा, ग्रेच्युटी, इंश्योरेंस की राशि परिजनों को देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और यूनियन की ओर भी संभव मदद की जाएगी।

उन्होंने बताया कि नियमानुसार, मृतक मज़दूर के परिजनों को लगभग चार से पांच लाख रुपये दिए जाने की संभावना है। उन्होंने इस घटना को बहुत दुखद बताया।

सूत्रों से अनुसार, घटनास्थल पर मौजूद मज़दूरों का कहना है कि प्लांट में बड़ी बड़ी मशीन होती हैं, जिसके कारण प्लांट में लगे एयर वॉशर और पंखे भी गर्मी को कम करने में सहायक साबित नहीं होते है।

मौके पर ही हो गई मौत

उन्होंने कहा कि भीषण उमस और गर्मी के कारण मज़दूर की तबीयत बिगड़ गयी और वो सीढ़ियों से नीचे जा गिरा।

जबकि डॉक्टर का कहना है कि हार्ट अटैक आने के कारण नरेश की मौत हुई है। आम तौर पर अधिक गर्मी के कारण हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, ये डॉक्टर भी कहते हैं।

गौरतलब है कि बीते दो महीने पहले मारुति की कंपोनेंट कंपनी के मज़दूरों ने भीषण गर्मी में एयर वॉशर न चलाए जाने को लेकर फ़ैक्ट्री में शर्ट उतार कर काम करना शुरू कर दिया था।

प्रदर्शन कर रहे मज़दूरों का कहना था कि अगर वे शर्ट नहीं उतारेंगे तो गर्मी से बेहाल होकर बेहोश होने की नौबत आ जाती है।

जिसकी वजह से गर्मी के कारण शॉप फ्लोर पर काम करने वाले मज़दूरों को भयंकर दिक्कत का सामना करना पड़ता है और अंदर घुटन होने लगती है जिसके कारण मज़दूर बेहोश भी हो जाते हैं।

लगातार हो रही मज़दूरों की मौत

छत्तीसगढ़ के भिलाई स्टील प्लांट में 30 जून को एक मज़दूर की काम के दौरान मौत हो गयी थी। मृतक रूपलाल देवांगन के सीने में तेज दर्द उठा और वो सामान उठाने वाली गाड़ी (cargo vehicle) से नीचे गिर गया।

प्लांट में काम कर दूसरे मज़दूरों ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

भिलाई स्टील प्लांट में बीते गुरुवार को SMS (स्टील मेल्टिंग शॉप)-2 के कन्वर्टर क्रमांक 01 में लांस ड्राइव रिड्यूसर का चेन स्लिप हो गया था।

चेन स्लिप हो कर वहां काम कर रहे एमजे इंटरप्राईजेस के ठेका मज़दूर अर्जुन साहू के सिर पर गिर गई थी, जिससे अर्जुन की मौत हो गई।

इससे पहले 1 जून को भी राहुल उपाध्याय की मौत प्लांट में काम करने के दौरान हुए हादसे में हुई थी।

इतना ही नहीं पिछले महीने 3 व 4 जून को लगातार दो हादसों में सात मजदूर झुलस गए थे।

बीते महीने  27 जून को  झारखंड में जमशेदपुर के पास रुंगटा स्टील लिमिटेड के चालियामा प्लांट में काम करते हुए अवन में गिरने से एक 28 साल के ठेकाकर्मी की मौत हो गई थी।

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