ग़ाज़ियाबाद की अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फ़ोट, आग में 8 मज़दूरों की दर्दनाक मौत

उत्तरप्रदेश के गाज़ियाबाद ज़िले के मोदी नगर मोमबत्ती बनाने वाली एक फैक्ट्री में भीषण विस्फोट के बाद आग लग गई।

ख़बर के अनुसार, आग मोदीनगर के बखरवा गांव की एक फैक्ट्री में रविवार को लगी आग की चपेट में आने से अब तक 8 मज़दूरों की मौत हो चुकी है। जिसमें छह महिलाएं, एक पुरूष, और एक बच्चे का शव बरामद किया गया है।

चीफ़ फ़ायर सेफ्टी ऑफ़िसर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि 4 बजे के क़रीब आग कारखाने के एक छप्पर में लगी, जिसके बाद पूरी फैक्ट्री में आग फैल गई। वो बताते हैं कि अंदर काम कर रहे लोग बाहर नहीं निकल सके और इन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

एनडीआरएफ़ प्रमुख सत्य नारायण महानिदेशक ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि “आग पर क़ाबू पा लिया गया है। मलबे की पूरी छानबीन के बाद वहां से छह महिलाओं, एक पुरुष और एक बच्चे का शव बरामद किया गया है।”

मोमबत्ती की आड़ में बनते थे पटाखे

गाज़ियाबाद के ज़िला मजिस्ट्रेट ने कहा है कि मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। सरकार हादसे में मारे गए लोगों को चार-4 लाख रूपये की आर्थिक मदद देगी साथ ही घायलों को 50,000 रूपये की मदद दी जाएगी।

प्रशासन पहले इसे मोमबत्ती की फैक्ट्री बताता रहा जबकि यहां पटाखे बनाए जाते थे। अपनी लापरवाही छिपाने के लिए प्रशासन ग़लत जानकारी जानबूझ कर दी।

बताया जाता है कि केक में लगने वाली मोमबत्ती बनाने के लिए मंज़ूरी थी। पिछले महीने ही इस फ़ैक्ट्री पर छापा पड़ा था जिसमें पूरा प्रशानिक अमला भी था। लेकिन, फैक्ट्री को चलने दिया जाता रहा।

स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार, फ़ैक्ट्री में 50 मज़दूर काम करते थे, जिनमें अधिकांश महिलाएं हैं। एक स्थानीय व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री में बाल मज़दूरी भी कराई जाती थी।

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